भारतीय संविधान का ढांचा और मुख्य अंग
📘 भारतीय संविधान का ढांचा बहुत ही सुव्यवस्थित और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आधारित है। यह ढांचा देश की शासन व्यवस्था को स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है।
🇮🇳 संविधान ने शासन के तीन मुख्य अंगों को स्थापित किया है, जो एक-दूसरे से स्वतंत्र लेकिन संतुलित हैं:
- 🗳️ विधायिका (Legislature): यह कानून बनाने वाली संस्था है। भारत में संसद (लोकसभा और राज्यसभा) इसकी प्रमुख इकाई है।
- 🏛️ कार्यपालिका (Executive): यह सरकार चलाने वाली संस्था है, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिपरिषद और राज्य सरकारें शामिल होती हैं।
- ⚖️ न्यायपालिका (Judiciary): यह न्याय देने वाली संस्था है। सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और अन्य न्यायालय इसके भाग हैं।
⚖️ इन तीनों अंगों के बीच अधिकारों का स्पष्ट विभाजन है ताकि कोई भी अंग अत्यधिक शक्तिशाली न हो। यह लोकतंत्र की रक्षा करता है।
✍️ इस प्रकार, भारतीय संविधान का ढांचा संतुलन, जवाबदेही और स्वतंत्रता पर आधारित है।
🇮🇳 जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
हमारा गाँव हमारा देश ❤️ | जियो और जीने दो
— Change Your Life अभियान द्वारा प्रस्तुत
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
✍ कृपया शालीन भाषा में अपनी टिप्पणी साझा करें।
✍ Kindly share your thoughts respectfully. All comments are reviewed before publishing.
✍ कृपया शालीन भाषा में अपनी टिप्पणी साझा करें।
✍ Kindly share your thoughts respectfully.
📝 सभी टिप्पणियाँ पब्लिश होने से पहले समीक्षा की जाती हैं।
📝 All comments are reviewed before publishing.