न्यायपालिका की भूमिका और स्वतंत्रता | सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और न्याय प्रणाली
📘 भारतीय संविधान के तीन स्तंभ हैं – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। न्यायपालिका स्वतंत्र और निष्पक्ष होकर न्याय दिलाने का कार्य करती है।
🏛️ न्यायपालिका की संरचना:
- ⚖️ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court): भारत का सर्वोच्च न्यायालय – अनुच्छेद 124 से 147
- ⚖️ हाई कोर्ट (High Court): प्रत्येक राज्य या राज्यों के समूह के लिए
- ⚖️ निचली अदालतें: जिला और तालुका स्तर पर न्याय
🛡️ न्यायिक स्वतंत्रता क्यों ज़रूरी?
- ✅ निष्पक्ष निर्णय
- ✅ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा
- ✅ सत्ता के दुरुपयोग की रोकथाम
- ✅ लोकतंत्र की मजबूती
🧾 न्यायपालिका के विशेष अधिकार:
- 🔍 संवैधानिक समीक्षा (Judicial Review): किसी भी कानून को असंवैधानिक घोषित करना
- 📝 लोकहित याचिका (PIL): जनहित में मुकदमा दायर करने का अधिकार
- 🧑⚖️ विधान व कार्यपालिका पर निगरानी: संतुलन बनाए रखना
🇮🇳 “जहाँ न्याय नहीं, वहाँ स्वतंत्रता नहीं।” – न्यायपालिका लोकतंत्र की आत्मा है।
🇮🇳 जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
⚖️ जियो और जीने दो
✍️ Change Your Life अभियान द्वारा प्रस्तुत
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