🙏 नमस्कार प्रिय पाठकगण 🙏
"Change Your Life" ब्लॉग में आपका हार्दिक स्वागत है।
यह पोस्ट जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने, सामाजिक सुधार, और आर्थिक सहायता से जुड़ी जानकारी पर आधारित है।
🙏 Hello Dear Readers 🙏
Welcome to the "Change Your Life" blog.
This post is focused on bringing positive change in life, social reform, and financial assistance.
👇 कृपया पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
👇 Please read the full post for complete details.
संविधान और सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय भारतीय संविधान के मूल सिद्धांतों में से एक है। इसका उद्देश्य समाज में समानता स्थापित करना, भेदभाव समाप्त करना और सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान करना है।
सामाजिक न्याय का महत्व
- जाति, धर्म और लिंग के आधार पर भेदभाव समाप्त करना।
- सभी को समान अवसर उपलब्ध कराना।
- आर्थिक असमानता को कम करना।
- कमज़ोर वर्गों का upliftment।
संविधान में सामाजिक न्याय से जुड़े प्रावधान
भारतीय संविधान में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए कई अनुच्छेद बनाए गए हैं, जैसे— अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), अनुच्छेद 15 (भेदभाव निषेध), अनुच्छेद 16 (रोजगार में समान अवसर), अनुच्छेद 17 (अछूत प्रथा उन्मूलन) आदि।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
✍ कृपया शालीन भाषा में अपनी टिप्पणी साझा करें।
✍ Kindly share your thoughts respectfully. All comments are reviewed before publishing.
✍ कृपया शालीन भाषा में अपनी टिप्पणी साझा करें।
✍ Kindly share your thoughts respectfully.
📝 सभी टिप्पणियाँ पब्लिश होने से पहले समीक्षा की जाती हैं।
📝 All comments are reviewed before publishing.